कई लोग डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड को लेकर हमेशा कनफ्यूज रहते हैं, कि किस कार्ड को कहां यूज करना चाहिए और इसी अंजान गलती की सजा आपको चुकानी पड़ती है। जहां आपको अपना डेबिट कार्ड यूज करना होता है, वहां पर आप अपना क्रेडिट कार्ड स्वैप करवा देते हैं। जिसकी वजह से आपके क्रेडिट कार्ड से बढ़ा हुआ टैक्स और एक्स्ट्रा चार्ज लगना शुरु हो जोता है, लेकिन आज हम आपको बताएंगे, कि किन जगहों पर आप अपना क्रेडिट कार्ड यूज करें ताकि बढे हुए टैक्स और एक्स्ट्रा चार्जेस से आप बच सकें।
लोन की पेमेंट पर क्रेडिट कार्ड

अगर आपने कोई लोन ले रखा है और उस महीने आपके पास कैश कम है, तो गलती से भी क्रडिट कार्ड का यूज ना करें, क्योंकि अगर आप कम कैश में भी कोई लोन चुका रहे हैं, तो इससे आपको अपने कर्ज पर लगा हुआ टैक्स देना होगा और फिर अपने क्रेडिट कार्ड के बिल का टैक्स चुकाना पड़ेगी। और इसकी खास बात अगर आप एक बार में अपना बिल नहीं चुका पाते, तो आपको फिर से टैक्स देना पडेगा। इतना ही नहीं, इससे आपकी क्रेडिट वैल्यू पर बुरी असर पडेगा। जो आपको मंहगा पड सकता है।
छोटे-छोटे खर्च पर क्रेडिट

अक्सर लोग कैश रखने की सुविधा से बचने के लिए हर छोटे-छोटे खर्चों पर भी क्रेडिट कार्ड का यूज करते हैं, जो कि गलत है, क्योंकि इससे आपको खर्चा करने की बुरी आदत हो सकती है, तो अच्छा होगा कि आप जब बिग-बाजार, कॉफी डेट जैसी जगहों पर जाए। क्रेडिट कार्ड का कम यूज करें, दूसरा ये कि क्रेडिट कार्ड को फिक्स लिमिट से कम में स्वाइप करने पर आपको प्रोसेसिंग फीस 2% से ज्यादा चुकानी पड जाती है, यानी आपको टैक्स बिल तो चुकाना ही होगा साथ ही स्वाइप करने पर एक्स्ट्रा पैसा देना पडेगा।
पेट्रोल के लिए क्रेडिट कार्ड

अगर आप पेट्रोल क्रेडिट कार्ड से भरवाते हैं, तो फिर आपको इस पर टैक्स चुकाना होगा। जो आपके क्रेडिट कार्ड बिल में जुड़कर फिर आउटस्टैंडिग अमांउट पर 18% टैक्स लगाएगा। लेकिन अगर आप डेबिट कार्ड का यूज करते है,तो आपके लिए असना होगा और आपको टैक्स नहीं चुकाना होगा, क्योंकि पेट्रोल को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है, लेकिन क्रेडिट कार्ड पर टैक्स लगाया गया है, जिसकी वजह से पेट्रोल भरवाते वक्त अगर डेबिट कार्ड फायदेमंद रहेगा और क्रेडिट कार्ड से ज्यादा टैक्स चुकाना पडेगा।
प्रोपर्टी टैक्स के लिए क्रेडिट कार्ड

प्रोपर्टी टैक्स क्रेडिट कार्ड से चुकाने से आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट खत्म हो जाती है और दूसरा, आपके क्रेडिट कार्ड स्कोर भी खासा नुकसान पहुंचता है। यानी कुल मिलाकर आपको लोन लेने में अधिक दिक्कत होगी।
मेडिकल बिल पर क्रेडिट कार्ड

मेडिकल बिल में अर आप क्रेडिट कार्ड का यूज करते हैं, तो कोशिश करें कि आप एक या दो बार में ही इसका बिल चुका दें, यानी वन गो में पेमेंट कर दें। अगर आप ऐसा नहीं करते तो, मेडिकल बिल क्रेडिट कार्ड की ईएमआई पर रखेगा, जिसकी वजह से आपका इंट्रेस्ट ज्यादा बढ़ा जाएगा। लेकिन अच्छा ये होगा, कि अगर मेडिकल बिल कम है, तो उसे अपने डेबिट कार्य या चेक से चुकाया जाए। लेकिन आप क्रेडिट कार्ड का ही यूज करना चाहते है, तो पेमेंट जल्द से जल्द करें।
क्रेडिट कार्ड से कैश निकालना

कई बार लोग क्रेडिट कार्ड के जरिए डेबिट कार्ड के अकाउंट में पैसा डाला करते है, जो कि उन्हें बेहद ही महंगा पड़ जाता है, क्योंकि इससे आपका इंट्रेस्ट डबल, ट्रिपल हो जाता है, यानी जितना भी पैसा आपने निकाला होगा, उसपर 24 से 48% तक का इंट्रेस्ट लगेगा और क्रेडिट कार्ड की एक खात बात, अगर उसमे कैश एडवांस का ऑप्शन आता है,तो जिसे भूलकर भी इस्तेमाल ना करें।
हाउसहोल्ड बिल के लिए क्रेडिट कार्ड

आज कल हर कोई घर के छोटे-मोटे बिल क्रेडिट कार्ड से चुकाया करते हैं, लेकिन इस आदत को आपको बंद करना होगा, क्योंकि अगर आप अपने घर की बिजली, पानी, फोन को बिल क्रेडिट कार्ड से भरेंगे, तो आपको ज़रुरत से ज्यादा इंट्रेस्ट हर महिने चुकाना होगा। अच्छा यही होगा, कि इन सभी बिलों को डेबिट कार्ड से या ऑटो पेमेंट डेबिट कार्ड के भरोसे छोड दिया जाए।
डाउन पेमेंट के लिए क्रेडिट कार्ड

घर, गाड़ी य कुछ नया खरीदते हैं, तो ज्यादातर लोग इनकी पेमेंट अपने क्रेडिट कार्ड से ही करना पंसद करते हैं, लेकिन ऐसा ना करें। आप ईएमआई क्रेडिट कार्ड पर ले सकते हैं। लेकिन अगर आप यहां भी डेबिट कार्ड का यूज करेंगे तो बेहद अच्छा रहेगा। लेकिन आप किसी भी तरह की डाउन पेमेंट को क्रेडिट कार्ड से भरते हैं, तो आपके डेबिट इनकम रेशो बदल जाएगा और इससे आपके क्रेडिट कार्ड स्कोर पर भी असर पडेगा।