हिन्दू धर्म के अनुसार मंदिर एक पूजा स्थल है, जहां भगवान् निवास करते हैं। इन मंदिरों में लोग अलग-अलग तरह से पूजा करते हैं। कोई मंदिरों में सोना चढ़ाता है, कोई चांदी तो कोई फल फूल चढ़ाता है। लेकिन एक ऐसा भी मंदिर है जहां लोग हथकड़ियां चढाते हैं। ये मंदिर मध्य प्रदेश के नीमच जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

इसको खाखर देव मंदिर के नाम से जाना जाता है, ये मंदिर अपनी एक अनोखी वजह से प्रसिद्ध है। यहां पर आम लोगों के साथ ही अपराधी और कैदी भी पूजा करने आते हैं अक्सर मंदिर में चढ़ावे में फल-फूल से लेकर सोना-चांदी तक चढ़ाया जाता है, लेकिन इस मंदिर में हथकड़ियां चढ़ाई जाती हैं। यहां पर आम लोगों के साथ-साथ अपराधी और कैदी भी पूजा करने आते हैं। माना जाता है, कि जो अपराधी जेल से भागना चाहते हैं या फिर जमानत पर छूटना चाहते हैं वो यहां प्रार्थना करते हैं।

मन्नत पूरी होने पर फरार हुए कैदी रात के अंधेरे में मंदिर में आकर हथकड़ी चढ़ाते हैं और फिर वहां से भाग निकलते हैं। जालीनेर के इस नाग मंदिर मे अधिकांश हथकड़ी चढ़ाने वाले अफीम तस्कर होते हैं। इनका लोग जिक्र भी दबी जुबान से करते हैं। मंदिर के पुजारी भी किसी का नाम बताने से डरते हैं। उनका कहना है कि कैदी मन्नत मांगते हैं और पूरी होने पर रात के अंधेरे में चोरी-छिपे हथकड़ी चढ़ा जाते हैं। मंदिर के पुजारी बताते हैं, कि करीब 50 साल से मंदिर में हथकड़ी चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है। यहां आम लोग पूजा करने मंदिर आते हैं। इससे भी बड़ी चौंकाने वाली बात ये है, कि ये हथकड़ियां अफीम तस्कर और जेल से भागे कैदी चढ़ाते हैं।

ये खबर पढ़कर आपको ऐसा लगेगा की क्या ऐसी मान्यताएं आज भी हमारे भारतीय समाज में मौजूद हैं। लेकिन सत्य तो यही है। हिन्दुस्तान में आज भी कई ऐसे मंदिर भी हैं जहां आज भी माता की पूजा के नाम पर जानवरों और पक्षियों की बलि दे जाती है। ऐसे अन्धविश्वासी समाज को शिक्षा के जरिए ही सुधार जा सकता है, पर उसके लिए समाज को अपनी सोच में भी परिवर्तन लाना होगा।